Welcome to WordPress. This is your first post. Edit or...
महादशा को ऐसे समझे । एक रेलगाड़ी जो इंदौर से हरिद्वार के लिए जाती है उस रेलगाड़ी का मार्ग निश्चित है अब रेलगाड़ी जिन जिन स्टेशन से गुजरेगी वही स्टेशन आप देख सकते हो और रेल को इंदौर से हरिद्वार पहुँचने में माना 18 घण्टे लगते है तो वह अपने 18 घण्टे में जो भी स्टेशन आएंगे वह भी निश्चित है। मेरे कहने का मतलब है कि यह रेल है यह आपकी महादशा है और 18 घण्टे है वह महादशा का समय है और जो स्टेशन है वह आपने जीवन मे घटने वाली घटनाए है जो समय आने पर घटित होगी । जैसे महादशा के पास नौकरी है , विदेश यात्रा है , बंगला है, कार है, तो यह अपनी दशा में यह सभी का सुख अपने समय आने पर देगी मगर महादशा के पास विवाह नही है तो वह महादशा सारे सुख देगी मगर विवाह नही होने देगी। कहने का मतलब है जो महादशा के पास होगा महादशा उसी के फल देगी बाकी के फल महादशा नही देगी। अब आप उपाय करोगे तो रेल में बैठ कर कश्मीर नही दिखेगा क्योंकि रेल का मार्ग पहले से निश्चित है मतलब महादशा के फल निश्चित है तो फ़िर उपाय किस बात के । उपाय करना मतलब मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखने जैसा है। आज तक आप लोगो ने उपाय किए होंगे फ्री या कम पैसे लेकर वह ज्योतिष व पण्डित उपाय ही करवाएंगे क्योंकि उनको कुंडली का सत्य सुनाते नही आता है वह आपको ऐसे ही सपने दिखाएंगे और आप भी सपनो में खोए रहेंगे फिर काम नही होगा पैसा बर्बाद होगा तो सारे ज्योतिष खराब लगेंगे क्योंकि आप खुद उपाय ढूढ़ते हो आपको सत्य सुनने की इच्छा नही है आप लोगो को जादू चाहिए । एक बात समझो कोई व्यक्ति आपसे वह चीज मांगे जो आपके पास नही है तो आप नही दे सकते तो फिर महादशा कैसे देगी जो उसके पास है ही नही ।ग्रह उन्ही भावो के फल देगा जो उसके पास होंगे। ग्रह के पास यदि विवाह के भाव है तो ग्रह अपनी दशा में विवाह आवश्यक करवाएगा यदि ग्रह के पास विवाह के भाव नही है तो ग्रह विवाह नही करवाएगा। ऐसा आप सभी ग्रहों के बारे में समझे। ऐसे ही नौकरी, सन्तान, तलाक आदि घटनाओं के बारे में समझे। मैं आपको उदाहरण देता हूं यदि राहु के पास विवाह के भाव है तो राहु विवाह करवा देगा यदि राहु के पास विवाह के भाव नही है तो वह विवाह नही करवाएगा। सभी ग्रहों के पास अपने अपने भाव होते है वह आपकी कुंडली पर निर्भर करता है और वह अपनी दशा में फल देते है। फिर आप कितने भी नग नगीने पहन लो कुछ नही होना है। जिंदगी के एपिसोड में आगे क्या दृश्य आने वाले है और क्या होगा ? जिंदगी में वही बताते है। *कुंडली का सत्य सुनने की इच्छा होतो बताना। क्योंकि उपाय कुछ नही होते है हम सपने नही दिखाते हैं हकीकत बताते है* अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे 098275 99667
महादशा को ऐसे समझे । एक रेलगाड़ी जो इंदौर से हरिद्वार के लिए जाती है उस रेलगाड़ी का मार्ग निश्चित है अब रेलगाड़ी जिन जिन स्टेशन से गुजरेगी वही स्टेशन आप देख सकते हो और रेल को इंदौर से हरिद्वार पहुँचने में माना 18 घण्टे लगते है तो वह अपने 18 घण्टे में जो भी स्टेशन आएंगे वह भी निश्चित है। मेरे कहने का मतलब है कि यह रेल है यह आपकी महादशा है और 18 घण्टे है वह महादशा का समय है और जो स्टेशन है वह आपने जीवन मे घटने वाली घटनाए है जो समय आने पर घटित होगी । जैसे महादशा के पास नौकरी है , विदेश यात्रा है , बंगला है, कार है, तो यह अपनी दशा में यह सभी का सुख अपने समय आने पर देगी मगर महादशा के पास विवाह नही है तो वह महादशा सारे सुख देगी मगर विवाह नही होने देगी। कहने का मतलब है जो महादशा के पास होगा महादशा उसी के फल देगी बाकी के फल महादशा नही देगी। अब आप उपाय करोगे तो रेल में बैठ कर कश्मीर नही दिखेगा क्योंकि रेल का मार्ग पहले से निश्चित है मतलब महादशा के फल निश्चित है तो फ़िर उपाय किस बात के ।
उपाय करना मतलब मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखने जैसा है। आज तक आप लोगो ने उपाय किए होंगे फ्री या कम पैसे लेकर वह ज्योतिष व पण्डित उपाय ही करवाएंगे क्योंकि उनको कुंडली का सत्य सुनाते नही आता है वह आपको ऐसे ही सपने दिखाएंगे और आप भी सपनो में खोए रहेंगे फिर काम नही होगा पैसा बर्बाद होगा तो सारे ज्योतिष खराब लगेंगे क्योंकि आप खुद उपाय ढूढ़ते हो आपको सत्य सुनने की इच्छा नही है आप लोगो को जादू चाहिए । एक बात समझो कोई व्यक्ति आपसे वह चीज मांगे जो आपके पास नही है तो आप नही दे सकते तो फिर महादशा कैसे देगी जो उसके पास है ही नही ।
ग्रह उन्ही भावो के फल देगा जो उसके पास होंगे। ग्रह के पास यदि विवाह के भाव है तो ग्रह अपनी दशा में विवाह आवश्यक करवाएगा यदि ग्रह के पास विवाह के भाव नही है तो ग्रह विवाह नही करवाएगा। ऐसा आप सभी ग्रहों के बारे में समझे। ऐसे ही नौकरी, सन्तान, तलाक आदि घटनाओं के बारे में समझे। मैं आपको उदाहरण देता हूं यदि राहु के पास विवाह के भाव है तो राहु विवाह करवा देगा यदि राहु के पास विवाह के भाव नही है तो वह विवाह नही करवाएगा। सभी ग्रहों के पास अपने अपने भाव होते है वह आपकी कुंडली पर निर्भर करता है और वह अपनी दशा में फल देते है। फिर आप कितने भी नग नगीने पहन लो कुछ नही होना है।
जिंदगी के एपिसोड में आगे क्या दृश्य आने वाले है और क्या होगा ? जिंदगी में वही बताते है।
*कुंडली का सत्य सुनने की इच्छा होतो बताना। क्योंकि उपाय कुछ नही होते है हम सपने नही दिखाते हैं हकीकत बताते है*
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे
098275 99667

विवाह कब होगा यह प्रश्न बहुत से लोग पूछते है । आपकी कुंडली मे यह सब डिसाईड हो चुका है विवाह कब होगा, किससे होगा, कहा होगा। वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा। जब आप विवाह करते है उसके पहले आप लड़के व लड़की की कुंडली मिलान करते है यदि 18 से 36 गुण के बीच यदि गुण मिल जाते है तो आप विवाह कर देते हो। मगर उसके बाद तलाक क्यो हो जाता है, पति या पत्नी में से कोई एक कि मृत्यु हो जाती है विवाह के कुछ दिनों या महीनों बाद या तलाक नही होता है बस दूर रहते है दोनो कई सालों तक फिर साथ रहने लगते है । आख़िर ऐसा क्यों होता है हम आज ही इन सभी का कारण बता सकते है। बिना वजह जीवन मे कोई घटना घटित नही हो सकती। विवाह की बात पक्की हो गई पत्रिका बट गई, बैड बाजे , गार्डन सभी बुक हो गए फिर विवाह के 7 दिन पहले लड़के ने विवाह करने से क्यों मना कर दिया। यह सत्य घटना है । इस लड़के को मैंने बोल दिया था आपका विवाह राहु की दशा में नही होगा क्योंकि राहु विवाह करवाने के पक्ष में नही है और आपका विवाह गुरु की महादशा में होगा क्योंकि गुरु ने विवाह की जिम्मेदारी पहले से ले रखी थी। इसलिए राहु ने अपना वादा पूरा किया और गुरु ने भी उस लड़के का विवाह करवा दिया अपनी दशा में यह होते है ग्रह नक्षत्रों के फल, अब उपाय कितने भी करलो । ज्योतिष आपको भविष्य में होने वाली शुभ व अशुभ घटनाओं के बारे में बताएगा आपको सतर्क करेगा। और वर्तमान में आप को दशा क्या फल दे रही है उससे रूबरू कराएगा। हम कुंडली मिलान भी करते है साथ मे दोनो का वैवाहिक जीवन भी देखते है ग्रह नक्षत्रों से यदि ग्रह नक्षत्रों ने वादा किया कि वह वैवाहिक जीवन सुखीमय देगे तो फिर कोई दुनिया की ताकत आपके वैवाहिक जीवन को खराब नही होने देगी। 7 गुण जिनके मिले वह भी आज सुखी है। और 28 गुण मिलने के बाद भी तलाक हो जाते है। यदि कुंडली मे दो विवाह के योग है तो दूसरा विवाह होगा और पहला क्यो टूटेगा उसका कारण मैं आज ही बता दूँगा। आप यदि अपनी कुंडली का सत्य सुनना चाहते हो तो मुझसे जरूर मिले और यदि आप उपायो से करोड़पति बनना चाहते हो तो रोड पर बैठे उस तोते वाले ज्योतिष से मिले जो लोगो को उपाय बताकर उनका धन लूटते है । यदि उपाय से सब सम्भव होता तो आज दुनिया मे कोई दुःखी नही होता। कर्म करो हम कर्म करवाते है उसमें व्यक्ति को स्वयं कर्म करने होते है वह व्यक्ति इस जन्म को तो सुधार ही लेता है मगर प्रारब्ध के फल भोगने होंगे। क्योंकि कुंडली पिछले जन्म का हिसाब है। ग्रह उन्ही भावो के फल देगा जो उसके पास होंगे। ग्रह के पास यदि विवाह के भाव है तो ग्रह अपनी दशा में विवाह आवश्यक करवाएगा यदि ग्रह के पास विवाह के भाव नही है तो ग्रह विवाह नही करवाएगा। ऐसा आप सभी ग्रहों के बारे में समझे। ऐसे ही नौकरी, सन्तान, तलाक आदि घटनाओं के बारे में समझे। मैं आपको उदाहरण देता हूं यदि राहु के पास विवाह के भाव है तो राहु विवाह करवा देगा यदि राहु के पास विवाह के भाव नही है तो वह विवाह नही करवाएगा। सभी ग्रहों के पास अपने अपने भाव होते है वह आपकी कुंडली पर निर्भर करता है और वह अपनी दशा में फल देते है। फिर आप कितने भी नग नगीने पहन लो कुछ नही होना है। अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे ।098275 99667
विवाह कब होगा यह प्रश्न बहुत से लोग पूछते है । आपकी कुंडली मे यह सब डिसाईड हो चुका है विवाह कब होगा, किससे होगा, कहा होगा। वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा। जब आप विवाह करते है उसके पहले आप लड़के व लड़की की कुंडली मिलान करते है यदि 18 से 36 गुण के बीच यदि गुण मिल जाते है तो आप विवाह कर देते हो। मगर उसके बाद तलाक क्यो हो जाता है, पति या पत्नी में से कोई एक कि मृत्यु हो जाती है विवाह के कुछ दिनों या महीनों बाद या तलाक नही होता है बस दूर रहते है दोनो कई सालों तक फिर साथ रहने लगते है । आख़िर ऐसा क्यों होता है हम आज ही इन सभी का कारण बता सकते है। बिना वजह जीवन मे कोई घटना घटित नही हो सकती। विवाह की बात पक्की हो गई पत्रिका बट गई, बैड बाजे , गार्डन सभी बुक हो गए फिर विवाह के 7 दिन पहले लड़के ने विवाह करने से क्यों मना कर दिया। यह सत्य घटना है । इस लड़के को मैंने बोल दिया था आपका विवाह राहु की दशा में नही होगा क्योंकि राहु विवाह करवाने के पक्ष में नही है और आपका विवाह गुरु की महादशा में होगा क्योंकि गुरु ने विवाह की जिम्मेदारी पहले से ले रखी थी। इसलिए राहु ने अपना वादा पूरा किया और गुरु ने भी उस लड़के का विवाह करवा दिया अपनी दशा में यह होते है ग्रह नक्षत्रों के फल, अब उपाय कितने भी करलो । ज्योतिष आपको भविष्य में होने वाली शुभ व अशुभ घटनाओं के बारे में बताएगा आपको सतर्क करेगा। और वर्तमान में आप को दशा क्या फल दे रही है उससे रूबरू कराएगा। हम कुंडली मिलान भी करते है साथ मे दोनो का वैवाहिक जीवन भी देखते है ग्रह नक्षत्रों से यदि ग्रह नक्षत्रों ने वादा किया कि वह वैवाहिक जीवन सुखीमय देगे तो फिर कोई दुनिया की ताकत आपके वैवाहिक जीवन को खराब नही होने देगी। 7 गुण जिनके मिले वह भी आज सुखी है। और 28 गुण मिलने के बाद भी तलाक हो जाते है। यदि कुंडली मे दो विवाह के योग है तो दूसरा विवाह होगा और पहला क्यो टूटेगा उसका कारण मैं आज ही बता दूँगा।
आप यदि अपनी कुंडली का सत्य सुनना चाहते हो तो मुझसे जरूर मिले और यदि आप उपायो से करोड़पति बनना चाहते हो तो रोड पर बैठे उस तोते वाले ज्योतिष से मिले जो लोगो को उपाय बताकर उनका धन लूटते है । यदि उपाय से सब सम्भव होता तो आज दुनिया मे कोई दुःखी नही होता। कर्म करो हम कर्म करवाते है उसमें व्यक्ति को स्वयं कर्म करने होते है वह व्यक्ति इस जन्म को तो सुधार ही लेता है मगर प्रारब्ध के फल भोगने होंगे। क्योंकि कुंडली पिछले जन्म का हिसाब है।
ग्रह उन्ही भावो के फल देगा जो उसके पास होंगे। ग्रह के पास यदि विवाह के भाव है तो ग्रह अपनी दशा में विवाह आवश्यक करवाएगा यदि ग्रह के पास विवाह के भाव नही है तो ग्रह विवाह नही करवाएगा। ऐसा आप सभी ग्रहों के बारे में समझे। ऐसे ही नौकरी, सन्तान, तलाक आदि घटनाओं के बारे में समझे। मैं आपको उदाहरण देता हूं यदि राहु के पास विवाह के भाव है तो राहु विवाह करवा देगा यदि राहु के पास विवाह के भाव नही है तो वह विवाह नही करवाएगा। सभी ग्रहों के पास अपने अपने भाव होते है वह आपकी कुंडली पर निर्भर करता है और वह अपनी दशा में फल देते है। फिर आप कितने भी नग नगीने पहन लो कुछ नही होना है।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे ।
098275 99667
